हम हंसाबेन को भारत के संविधान सभा सदस्या के रूप में जानते हैं, जिन्होंने 14 अगस्त 1947 की अर्द्धरात्री को सत्ता के हस्तांतरण के ऐतिहासिक अवसर पर भारतीय महिलाओं की ओर से राष्ट्र-ध्वज भेंट करने का गौरव प्राप्त किया था। हंसाबेन उन विदुषी महिलाओं में से एक हैं, जिन्होंने भारतीय महिलाओं के गरिमापूर्ण विकास में शिक्षा के महत्व को बखूबी समझा ही नहीं, शिक्षा को मौलिक अधिकार को सूची में शामिल करने की कोशिश...
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