लेखक अनुराग पांडेय दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं। कश्मीर के इतिहास और वर्तमान स्थिति पर उनके लेखों की शृंखला की यह पहली कड़ी है। बचपन में लगभग हम सभी को एक दाढ़ी वाले बाबा की कहानी सुनाई जाती थी। उस कहानी में दाढ़ी वाले बाबा (जिनको हममें से किसी ने कभी नहीं देखा और किसी भी बूढ़े व्यक्ति को बाबा मान लेना) बच्चों को अपने बड़े से थैले में बंद करके ले जाते थे। यह कहानी सुनाने वाले सामान्यतः हमारे...
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