मैं इस विश्वविद्यालय में बीए की छात्रा हूं, मैं झारखंड से आती हूं। बीते 9 अक्टूबर को जामिया प्रॉक्टर ऑफिस की तरफ से मेरे घर पर फोन करके मेरे माता-पिता को कहा जाता है कि आप लोग तीन दिनों के भीतर दिल्ली आइए और मिलिए, नहीं तो आपकी बेटी के खिलाफ डिसिप्लीनरी एक्शन का मामला दर्ज किया जाएगा। अब कोई व्यक्ति कैसे इतनी जल्दी झारखंड से यहां आ सकता है? सच कहे तो जामिया प्रशासन हम बच्चों के भविष्य को ‘बर्बाद’...
↧