भारत में दलितों की स्थिति प्राचीन समय से ही अन्याय, शोषण, भेदभाव छूआछूत की दर्दनाक कहानी है, जिसके कुछ पन्ने आपके रूह को कंपाने के लिये प्रर्याप्त हैं। भारत के सामंतवादी और ब्राह्मणवादी वर्ण व्यवस्था के पन्नों को पलटने पर यह ज्ञात होता है कि कुछेक पन्नों पर तो जानवरों की स्थिति दलितों की स्थिति से काफि बेहत्तर है। मुलाकरम (स्तन टैक्स) चुकाने से लेकर मैला ढोने तक को उनकी किस्मत के कोरे पन्नों पर...
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