दिल्ली के बॉर्डर से बहादुरगढ़ बाईपास तक बीस किलोमीटर में फैला आंदोलनकारी किसानों का काफिला। काफिले में आए हुए अलग-अलग गाँव के किसान, जिन्होंने अपने लाव-लश्कर सत्ता की सड़क पर डाले हुए हैं। किसान, जो गरीब भारत का हिस्सा हैं, जो मेहनत करके पूरे मुल्क का पेट भरते हैं। किसान और मिट्टी, जो पर्यायवाची शब्द हैं, वो लुटेरी दिल्ली की सत्ता से खुद को व अपनी मिट्टी को बचाने के लिए युद्ध के मैदान में आ डटे ह...
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