दुर्गा भाभी या यूं कहे वीरांगना दुर्गावती देवी ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि जिस देश की आज़ादी के लिए वो अपना सब कुछ न्यौछावर कर रही थीं, उसी देश में आज़ादी के 75 सालों बाद महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों पर चुप्पी साधे नेता आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाएंगे। दुर्गा भाभी ने ये भी कभी नहीं सोचा होगा कि भारत में महिलाओं की इज्ज़त उनके धर्म को देखकर उछाली जाएगी। भारत को कई सौ साल पहले भारत माता का दर्ज़ा देन...
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