देश की रखवाली करने वाली पुलिस या कोई सिविल डिफेंस यानि आपके लिए डिफेंस का काम करने वाला सिपाही जब आपको आपके समलैंगिक होने का बोध कराता है, तो आप सन्न रह जाते हैं। जैसे मैं! नोएडा से दिल्ली की ओर आते हुए मेरा सामना एक पुलसिया फौज़ से हुआ। मेरी गलती इतनी थी कि रॉन्ग साइड का चालान कटना लाज़मी था। मगर सीने पर हाथ फेरना और घुटनों के बल उनके सामने बैठने का इशारा करना किस जुर्म़ की सज़ा है? यहां तो सिर्फ...
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