एक आम आदमी, जिंदगी भर की कमाई, एक सपना अपना घर खरीदने का। इन्हीं सपनों को बेचते रियल एस्टेट कारोबारी, बेहतरीन पोस्टर्स यूं कहें भ्रामक होर्डिंग्स, होर्डिंग्स पर आपके चहेते स्टार्स। इन चमचमाते एडवर्टिज़मेन्ट्स के बीच कभी कस्टमर्स को गलत जानकारी देना तो कभी पोजेशन देर से देना तो कभी धोखाधड़ी, ऐसे मामलों में अक्सर कई बड़े रियल एस्टेट प्लेयर्स का नाम सामने आता रहा है। इसी कड़ी में इसबार नाम सामने आया है भारत के सबसे बड़े बिज़नेस घरानों में से एक टाटा समूह का।

टाटा वैल्यू होम्स(टाटा समूह की कम्पनी) के दिल्ली से सटे बहादुरगढ़ के नए प्रोजेक्ट न्यू हैवेन बहादुरगढ़ पर कस्टमर्स को गलत जानकारी देने और धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। प्रोजेक्ट के पूर्व हेड नित्यानंद सिन्हा ने ही मामले की जानकारी पुलिस को दी। कम्प्लेन में नित्यानंद ने बताया कि उन्हें ई मेल से सारी धांधली की जानकारी मिली। शिकायत के अनुसार कंपनी ने आर्किटेक्ट्स द्वारा तय की गई पूर्वनिर्धारित मानकों को तोड़ते हुए एक मेल जारी किया जिसमें 2 बेडरूम हॉल किचन(BHK) वाले फ्लैट की लोडिंग 41 फिसदी और 3 BHK वाले फ्लैट की लोडिंग 39 फिसदी तय कर दिया गया।
अब पुलिस में दर्ज शिकायत को ज़रा डिटेल में समझने की कोशिश करते हैं।
फ्लैट्स बेचने के लिए पहले से तय एरिया
कंपनी ने 2 BHK(स्मॉल) का कारपेट एरिया(वो एरिया जिसे कस्टमर्स एक्चुअली यूज़ कर पाते हैं) 911 स्क्वायर फीट और सेलेबल एरिया(जिसमें कॉमन एरिया भी आता है, जैसे सीढ़ी, लिफ्ट लॉबी, कॉरिडोर इत्यादी) 1185 स्क्वायर फीट तय किया था।
2 BHK (लार्ज) का कारपेट एरिया 1067 स्क्वायर फीट और सेलेबल एरिया 1390 स्क्वायर फीट।
3 BHK का कारपेट एरिया 1356 स्क्वायर फीट और सेलेबल एरिया 1750 स्क्वेयर फीट तय किया गया था।
दर्ज शिकायत के हिसाब से 4 मार्च 2015 को मैनेजिंग डिपार्टमेंट से एक मेल जारी किया गया जिसमें कारपेट और सेल एरिया रिवाइज़ किये गए।
ई मेल के बाद रिवाइज़ किया गया सेल एरिया

4 मार्च को जारी किए गए मेल के हिसाब से रिवाइज़्ड एरिया कुछ ऐसे थे
2 BHK (स्मॉल) – कारपेट एरिया 916 स्क्वायर फीट, सेलेबल एरिया 1296 स्क्वायर फीट।
2BHK (लार्ज) – कारपेट एरिया 1074 स्क्वायर फीट, सेलेबल एरिया 1521 स्क्वायर फीट।
3 BHK – कारपेट एरिया 1357 स्क्वायर फीट, सेलेबल एरिया 1917 स्क्वायर फीट।
यानी जब आप रिवाइज़्ड एरिया कैलकुलेट करें तो कंज़्यूमर्स के फायदे वाले कारपेट एरिया में सबसे ज़्यादा 7 स्क्वायर फीट की बढ़ोतरी हुई है जबकी कंपनी को फायदा पहुंचाने वाली सेलेबल एरिया में कम से कम 111 स्क्वायर फीट की बढ़ोतरी की गई। आइए अब देखते हैं कि इस मनमाने अनियमितता से कंंपनी को कितना मुनाफा हो रहा है।
धोखाधड़ी से कंपनी को मुनाफा
टाटा होम्स न्यू हैवन बहादुरगढ़ प्रोजेक्ट को कम आमदनी ग्रुप के लिए अफोर्डेबल हाउसिंग स्किम के तहत बेच रहा है और प्रति वर्ग फीट यानी पर स्क्वायर फीट 4000 रुपये कीमत तय की गई है। यानी मनमाने ढंग से सेल एरिया बढ़ाने से-
2 BHK स्मॉल पर 111*4000 = 4.4 लाख,
2BHK लार्ज पर 131*4000= 5.24 लाख और
3 BHK पर 167*4000= 6.68 लाख का मुनाफा सीधे कंपनी के खाते में जाएगा।
पूरा अप्रूवल मिलने पर 1200 फ्लैट्स का निर्माण प्रस्तावित है। अगर हर फ्लैट की बिक्री पर 5 लाख की धांधली को औसत माने तो कुल
1200*5= 60 करोड़ की धोखाधड़ी का मामला सामने आता है।
चूँकि कंपनी एक व्यवसाय कर रही है तो वो जो भी कॉमन एरिया जैसे की कॉरिडोर, लिफ्ट, जीने वगैरह बना रही है वो एक्चुअल एरिया काउंट के अनुसार लोडिंग करने और उसे बेचने का अधिकार रखते हैं लेकिन इस प्रकरण में जायज़ लोडिंग के ऊपर जो सेलेबल एरिया कंपनी के गलत फायदे के लिए बढ़ाया गया वो कोई ग्राहक पकड़ नहीं सकता जबतक उसके पास तकनिकी ज्ञान और साथ में कंपनी द्वारा पूरे प्रोजेक्ट का डीटेल एरिया कैलकुलेशन, एप्रूव्ड नक्शों के साथ ना हो।
हालांकि ये पुलिस की छानबीन के बाद ही पता चल पाएगा कि क्या ये वाकई कंज़्यूमर्स से धोखाधड़ी का एक सीरियस केस बना पाता है और क्या कंपनी को रियल एस्टेट रेग्यूलेशन एंड डेवेलपमेंट बिल 2013 के आधार पर कोई सख्त निर्देश दिए जाते हैं या नहीं।
(नोट- ये रिपोर्ट पुलिस में दर्ज की गई नित्यानंद सिन्हा के शिकायत के आधार पर लिखी गई है)
The post टाटा समूह की कंपनी ‘टाटा वैल्यू होम्स’ पर 60 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप appeared first and originally on Youth Ki Awaaz, an award-winning online platform that serves as the hub of thoughtful opinions and reportage on the world's most pressing issues, as witnessed by the current generation. Follow us on Facebook and Twitter to find out more.