“हिंसक होकर आप नेताओं के तलवे चाटें, राजनीति कहे तो आप भौंकें, राजनीति कहे तो आप काटें” विवेक विद्यार्थी की उपर्युक्त पंक्तियां वर्तमान समय में राजनीति के बदलते परिवेश पर युवाओं के लिए सटीक बैठती हैं। साधारणतः युवाओं के बारे में ऐसी बातें प्रचलित हैं कि उनकी इच्छाशक्ति हिमालय से भी विशाल होती है, वे जो कुछ ठान लें तो उनके लिए कोई भी कार्य असंभव नहीं है परन्तु वर्तमान समय में युवाओं की इच्छाशक्त...
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