यह कहानी कोरोना नहीं करुणा अभियान मीटिंग 2021 पार्ट -2 के सेशन ‘ह्यूमन लाइब्रेरी’ से ली गई है जिसका नाम सभी ने मिलकर “साहस की कहानी” रखा था। घर परिवार और समुदाय हेलो, मेरा नाम रितम है। मैं एक गाँव की लड़की हूं। वर्तमान में मैं अपना काम और पढाई दोनों ही करती हूं । मेरे दो भाई हैं और चार बहनें, मम्मी-पापा और दादा हैं। मेरे बचपन में पापा मज़दूरी का काम करते थे और उसी से घर चलाते थे। मेरे दो बड़े भाई ह...
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