प्रवाह आईसीएस में मेरे ये तीन महीने काफी ही अलग रहे, क्योंकि इन अलग संस्कृति, अलग वेषभूषा, अलग भाषा ये सब भले ही अलग रहा हो लेकिन फिर भी इस तीन महीने के सफर को लोगों की उम्मीदों, अपनापन और एक-दूसरे की सीख ने बांध रखा था। पहली बार फंडरेसिंग हमें एक वर्कशॉप के दौरान फंडरेसिंग करनी थी, जिसे करते हुए तो काफी मज़ा भी आया और खुशी भी हुई कि मैंने अपने टास्क को पूरा कर लिया। उस वक्त, तो वो टास्क लग रहा थ...
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