महिलाओं की पोशाक पर तथाकथित सभ्य कहे जाने वाले समाज में दंड या भेदभाव करना कोई नई बात नहीं है। लड़कियों के जींस या शार्ट्स पहनने पर समय-समय टोका-टाकी और विकृत मानसिकता समाज की ही नहीं,कई सामाजिक संस्थाओं की भी आती रही है। बीते दिनों साड़ी पहनकर होटल में प्रवेश को लेकर काफी हंगामा हुआ था। इसके पूर्व भी कुछ ऐसे मामले सामने आए थे जिसमें बुर्के पहनकर डिग्री लेने पहुंची महिला को खाली हाथ लौटा दिया गया थ...
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