Schools Are ‘Brahminical Dens’ And Here’s How They Treat Bahujan Students
TW: This article contains experiences of casteism and sexism which might be triggering to some readers Schools are one of the primary places where the functioning of caste is passed on to the next...
View Articleमानव की लालची प्रवृत्ति और पारिस्थितकी तंत्र पर गहराता संकट
आधुनिकीकरण की बढ़ती हुई होड़ में प्राकृतिक सौंदर्य की भी परवाह ना करते हुए मनुष्य औद्योगिकीकरण, रोड चौड़ीकरण व अन्य विकास कार्यों के नाम पर दिन-रात जंगलों की अंधाधुंध कटाई करता जा रहा है। जंगल माफिया भी...
View Articleदेश की न्याय तंत्र प्रणाली और सत्ता की अमानवीय नीतियों को उजागर करती ‘जय भीम’
‘जय भीम’ फिल्म आजकल चर्चाओं में है, जो भी इस फिल्म को देख रहे हैं। वे सब अपने-अपने अंदाज़ में इस फिल्म की समीक्षा लिख रहे हैं। संशोधनवादी कम्युनिस्ट पार्टियां जिनको किसी फिल्म में बस लाल झंडा दिख जाए या...
View Article‘It Feels Like The Men Are Always Watching Us’
By: Kavitha Iyer/PARI Neither the darkness nor the trains whistling past at intervals are as unsettling as the sense that a man is watching. “At night, the only toilet available is the railway tracks,”...
View Articleलड़कियों को समानता और शिक्षा के अधिकार से दूर करता लैंगिक भेदभाव
पिछले सप्ताह केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा ज़ारी राष्ट्रीय परिवार और स्वास्थ्य सर्वेक्षण के आंकड़े में बताया गया है कि देश में पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या अधिक हो गई है।...
View Articleएक टीबी सर्वाइवर से सुनिए देश के स्वास्थ्य तंत्र एवं सरकार की नीतियों की...
नई और बेहतर दवाओं के होने के बावजूद भी, हमारे मौजूदा स्वास्थ्य सिस्टम का हाल यह है कि वो मरीज़ों की तकलीफ कम नहीं कर पा रहा है। फर्ज कीजिए कि आपको एक ऐसी गंभीर बीमारी है, जिसका इलाज तो है फिर भी आप ठीक...
View Article‘I Don’t Want My Daughters To End Up Like Me’
By Jigyasa Mishra/PARI Rani Mahto is torn between happiness over the safe delivery of her now two-day-old baby – and apprehension over going home and telling her husband that it’s a girl. Again. “ He...
View Articleआज़ादी के 75 वर्षों बाद दलितों के मानवाधिकार एवं संघर्षों का भयावह सच
हरियाणा के रोहतक ज़िले का एक गाँव ककराणा, जो रोहतक की दक्षिण दिशा में 11 किलोमीटर की दूरी पर कलानौर तहसील का हिस्सा है। ककराणा गाँव की, देश की राजधानी नई दिल्ली से दूरी 70 किलोमीटर है व नेशनल हाईवे 9 से...
View ArticleAs A Woman, I Don’t Want Marriage For It’s Filled With Misogyny & Chauvinism
Getting older is a big deal! As you cross the 25th year of your life (or the 21st one if you are a woman), you are made to feel responsible—this means you have to start thinking about “settling down”...
View ArticleHuman Rights Day : Far Away From The Finish Line For Queer Rights In India
Acknowledgments- Gurbani Kaur, Content Head, Hindu College Queer Collective “It is absolutely imperative that every human being’s freedom and human rights are respected, all over the world,” said...
View Articleभारत में जल संकट: पानी के उचित प्रबंधन और नीतियों में बदलाव की ज़रूरत
सोचिए कि अगर एक दिन आप सुबह उठें और आपके नल में पानी ना आए, तो आप क्या करेंगे? इस सवाल पर हर पढ़ने वाले का अपना जवाब हो सकता है, आप देखेंगे कि जिस भी साधन से आप पानी प्राप्त करते हैं, उसको जांचेंगे और...
View Articleतेज़ी से बढ़ता वायु प्रदूषण, घुटती सांसों के लिए ज़िम्मेदार कौन?
पिछले कुछ सालों में वायु प्रदूषण मानव जाति के लिए एक बहुत बड़ा खतरा बनकर सामने आया है। आधुनिकीकरण की अंधी दौड़ में तेज़ी से बढ़ती पेट्रोल व डीज़ल चलित वाहनों की संख्या, निर्माण स्थलों से उठने वाली धूल के...
View ArticleIt’s Not You, It’s Me: 5 Things 2021 Would Say If It Could Talk
The pandemic has managed to create two types of people: those who have been lucky and remain hopeful, and those who have struggled enough to accept “yeh dukh kahe khatam nahi hota bey (why does sadness...
View Article“प्लास्टिक प्रदूषण की समाप्ति के लिए हमें उचित प्रबंधन और तकनीक की ज़रूरत है”
प्लास्टिक हम मनुष्यों को विज्ञान का वह उपहार है, जिसका हमने खूब इस्तेमाल किया, कर रहे हैं लेकिन अति किसी भी प्रकार की अच्छी नहीं होती है। वर्तमान में प्लास्टिक हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बन चुका...
View Article“लैंगिक भेदभाव, आर्थिकी एवं हमारे बिगड़ते स्वास्थ्य के लिए पर्यावरण प्रदूषण...
पर्यावरण परिर्वतन की रफ्तार इस कदर बढ़ रही है कि आज वो हमारे सामने एक के बाद एक चुनौती ला रहा है। हम आए दिन देखते हैं कि कही बाढ़ तो कही पहाड़ गिर रहे हैं, कही सूखा पड़ रहा है, नदियां लुप्त हो रही हैं,...
View Article“At 13, I Was Slut-Shamed By My Favourite Teacher For Wearing Shorts”
Trigger warning: mentions of sexual harassment People think that Gen Z has attained gender equality… And that patriarchy doesn’t exist for us. I’m a teenager from a middle class family in Delhi,...
View Articleआज़ादी के 75 सालों बाद भी संस्कृति के रूप में कायम है दहेज़ प्रथा, क्यों?
दहेज़ प्रथा की शुरुआत कहां से हुई एवं इसका ऐतिहासिक स्रोत कौन सा देश है? इस बारे में कोई ठोस प्रमाण नहीं हैं किंतु यूरोप, भारत, अफ्रीका और दुनिया के अन्य भागों में दहेज़ प्रथा का लंबा इतिहास है। भारत में...
View Articleनागालैंड में हुए मानवाधिकारों की हत्या के लिए कौन ज़िम्मेदार है?
बीते दिनों पूर्वोत्तर में एक हृदय विदारक घटना हुई। नागालैंड के मोन ज़िले में तिरु और ओटिंग के बीच, कोयला खदान से काम कर लौट रहे छह मज़दूर सैन्य गोलीबारी में मारे गए। इसके बाद आक्रोशित जनता ने सेना की एक...
View Articleबुक रिव्यु: ‘वाल्मीकि’ज़ विमेन’ महिलाओं के वास्तविक द्वन्द को दर्शित करती है
‘वाल्मीकि’ज़ विमेन’ वाल्मीकि रामायण के पात्रों पर लिखी हुई एक समानांतर किताब है, जो कि उसके पात्रों के बारे में एक अलग मत प्रस्तुत करती है, एक अलग व्याख्या देती है। वह सही है, गलत है, यह आप की अपनी सोच...
View Articleचाय से हमारे स्वास्थ्य के लिए क्या नई संभावनाएं हैं, जानिए
गर्मागर्म चाय का प्याला हम सभी को पसंद होता है। बारिश के मौसम में हम पकौडों के साथ इसका लुत्फ उठाते हैं। हमें सुबह एक गर्म प्याला पसंद है और काम से घर आने के बाद। हम काम के बारे में गपशप करने के लिए...
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